नई दिल्ली।दुनिया में 7 अजूबे हैं,लेकिन ब्रह्मांड में इनसे अलग ऐसी-ऐसी जगह और देखने के लिए बिल्डिंग हैं उन्हें आठवें अजूबे का नाम देना गलत नहीं होगा।इसी कड़ी में सऊदी अरब भी अपना नाम ऊंचा करने के लिए जुटा है।सऊदी अरब की राजधानी रियाद में दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग क्यूब नूमा मुकाब पर काम शुरू हो गया है।गगन को छूने वाली और सोने की तरह चमकती हुई ये बिल्डिंग दुनिया में सबसे बड़ी बिल्डिंग का रिकॉर्ड अपने नाम करने जा रही है।
क्यूब नूमा बिल्डिंग मुकाब की ऊंचाई 1300 फीट होगी,जो सतह पर 1200 फीट में फैली होगी।द डेवलपर, न्यू मुरब्बा डेवलपमेंट कंपनी और सऊदी अरब के सेंट्रल पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) इस बिल्डिंग पर पैसा लगा रहे हैं। मुकाब का साइट पर जमीनी कार्य अब 86 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।
मुकाब को कुछ इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है,जिससे की यह कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल कर सक।इसमें कटिंग-एज टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लग्जुरियस और मॉडर्न रूम बनाए जा रहे हैं।वहीं बिल्डिंग का बाहरी हिस्सा एडवांस वर्चुअल रियलिटी टेक्नोलॉजी पर बनाया जा रहा है, जो कि 3 डी से भी ज्यादा रियलिटी का अनुभव कराएगा। इतना ही नहीं इस बिल्डिंग का इंटीरियर एआई की मदद से होलोग्राफिक बनाया जाएगा,जिससे यहां रहने वाले और इस देखने के लिए आने वाले लोगों को कभी ना देखने वाला एक्सपीरियंस मिलेगा।
मुकाब एक ऐसा सेंटर बनने जा रहा है,जहां आने के बाद किसी को कहीं ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।इसमें कल्चर वेन्यू,डाइनिंग रेस्टोरेंट,रिटेल स्पेस,एक यूनिवर्सिटी, थिएटर और आइकॉनिक म्यूजियम भी होगा।वहीं इसका फ्लोर स्पेस 2 मिलियन स्क्वेयर फीट का होगा।मुकाब में 1,04,000 फ्लैट्स और 9000 होटल रूम्स होंगे।इसकी खासियत यह होगी कि इसके एक कोने से दूसरे कोने तक पैदल जाने में सिर्फ 15 मिनट का समय लगेगा।मुकाब 2030 तक बनकर तैयार हो जाएगा।इससे 3,34,000 लोगों को नौकरी मिलेगी।
दुनिया में इस समय सबसे बड़ी बिल्डिंग बोइंग इवेरेट फैक्ट्री है, जो अमेरिका में है।मुकाब को अपने लुक से आलोचना भी सहनी पड़ी, जो मक्का की तरह दिखता है।सऊदी अरब ने इससे पहले जेद्दा टॉवर बनाने की योजना बनाई थी।इसका उद्देश्य दुनिया की सबसे ऊंची गगनचुंबी इमारत बनाना था। लेकिन साल 2018 में इसका निर्माण रोक दिया गया जिससे यह अधूरा रह गया।
वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में दुबई स्थित बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है।यह बिल्डिंग 830 मीटर ऊंची है इसमें 163 मंजिल हैं।साल 2010 में इसका उद्घाटन किया गया था।बुर्ज खलीफा का नाम यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के नाम पर रखा गया है।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर स्थित मर्डेका दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची इमारत है।इसकी ऊंचाई 678.9 मीटर है। इसे पीएनबी 118 के नाम से भी जाना जाता है।इसका उद्घाटन साल 2023 में किया गया था।
चीन के शंघाई स्थित शंघाई टॉवर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी बिल्डिंग है। 128 मंजिला इस इमारत की ऊंचाई 632 मीटर है। इस गगनचुंबी इमारत को जेन्सलर ने डिजाइन किया है। साल 2015 में बनकर तैयार शंघाई टॉवर में दुनिया की सबसे तेज लिफ्ट की सुविधा है।
सऊदी अरब स्थित मक्का क्लॉक रॉयल टॉवर दुनिया की चौथी और मिडिल ईस्ट की दूसरी सबसे ऊंची इमारत है।इस इमारत में दुनिया की सबसे बड़ी घड़ी लगी है। दार अल-हंदासा शायर एंड पार्टनर्स द्वारा डिजाइन यह बिल्डिंग साल 2012 में बनकर तैयार हुई।इस बिल्डिंग की ऊंचाई 601 मीटर है।
चीन के शेन्ज़ेन स्थित पिंग एन इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर दुनिया की पांचवीं और एशिया की तीसरी सबसे ऊंची बिल्डिंग है। 115 मंजिला इस बिल्डिंग की ऊंचाई 599 मीटर है।इस बिल्डिंग को कोह्न पेडर्सन फॉक्स एसोसिएट्स द्वारा डिजाइन किया गया है।