आम्रपाली बिल्डर के खिलाफ बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी + से नोएडा के अधूरे प्रॉजेक्ट में रह रहे हजारों लोगों को उम्मीद जगी है। अभी तक जहां सबका फोकस उन प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर ज्यादा था जिनमें हजारों बायर्स फंसे हुए हैं और ढांचा ही बनकर तैयार हुआ है। वहीं, अब सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख से लोगों को लग रहा है कि अधूरे प्रॉजेक्ट में रहने वाले रेजिडेंट्स जो कि मेंटिनेंस के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अब उनके प्रति भी बिल्डर की जवाबदेही होगी। मेंटिनेंस के मसले पर रेजिडेंट्स को अगले कुछ महीने में राहत मिल सकती है।
आम्रपाली बिल्डर के खिलाफ बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी + से नोएडा के अधूरे प्रॉजेक्ट में रह रहे हजारों लोगों को उम्मीद जगी है। अभी तक जहां सबका फोकस उन प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर ज्यादा था जिनमें हजारों बायर्स फंसे हुए हैं और ढांचा ही बनकर तैयार हुआ है। वहीं, अब सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख से लोगों को लग रहा है कि अधूरे प्रॉजेक्ट में रहने वाले रेजिडेंट्स जो कि मेंटिनेंस के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अब उनके प्रति भी बिल्डर की जवाबदेही होगी। मेंटिनेंस के मसले पर रेजिडेंट्स को अगले कुछ महीने में राहत मिल सकती है।
आम्रपाली बिल्डर के खिलाफ बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी + से नोएडा के अधूरे प्रॉजेक्ट में रह रहे हजारों लोगों को उम्मीद जगी है। अभी तक जहां सबका फोकस उन प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर ज्यादा था जिनमें हजारों बायर्स फंसे हुए हैं और ढांचा ही बनकर तैयार हुआ है। वहीं, अब सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख से लोगों को लग रहा है कि अधूरे प्रॉजेक्ट में रहने वाले रेजिडेंट्स जो कि मेंटिनेंस के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अब उनके प्रति भी बिल्डर की जवाबदेही होगी। मेंटिनेंस के मसले पर रेजिडेंट्स को अगले कुछ महीने में राहत मिल सकती है।