लखनऊ।उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाला उपचुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है।लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा।उपचुनाव जीत कर भाजपा अपना दमखम दिखाने की तैयारी में है।अगर नतीजे खराब हुए तो फिर सीएम योगी पर सवाल उठेंगे।इसीलिए सीएम योगी ने पूरी ताकत झोंक दी है।चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही सीएम योगी 9 विधानसभा सीटों का दौरा कर चुके हैं।सीएम योगी ने उपचुनाव के प्रचार की तैयारी कर ली है।
उत्तर प्रदेश की 9,पंजाब की 4 और केरल की 1 विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख बदल गई है।इन तीनों राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर की जगह अब 20 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को ही होगी। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बाद में उपचुनाव होगा। 20 नवंबर को जिन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।उसमें से 5 पर एनडीए और 4 पर सपा का कब्जा था।
पिछले चुनाव में रालोद और सपा का गठबंधन था,लेकिन अब रालोद एनडीए के साथ है।एनडीए गठबंधन के तहत मीरापुर सीट रालोद को मिली है।जीत के लिहाज़ से भाजपा के लिए कुंदरकी विधानसभा सीट बहुत कठिन है।कुंदरकी विधानसभा में 62 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। भाजपा के छोड़कर बाकी सभी प्रत्याशी मुस्लिम हैं।भाजपा का दावा है कि यहां रामपुर जैसा खेल हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी 8 नवंबर से चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।सीएम 8 नवंबर को गाजियाबाद,कुंदरकी और मीरापुर में भाजपा के लिए वोट मांगेंगे।सीएम ने कटेंगे तो बंटेंगे नारे के बहाने अपना एजेंडा पहले ही बता दिया है। हिंदुत्व के सहारे सीएम इस बार सपा के पीडीए वाले चक्रव्यूह को तोड़ने का प्लान बनाया है।
सीएम योगी 9 नवंबर को सीसामऊ, करहल और खैर में चुनावी रैली करेंगे।सीसामऊ और करहल में पिछली बार सपा की जीत हुई थी।करहल से तो खुद अखिलेश यादव चुनाव जीते थे। करहल से अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव चुनाव लड़ रहे हैं।भाजपा ने तेज प्रताप के खिलाफ अखिलेश यादव के रिश्तेदार अनुजेश यादव को प्रत्याशी बनाया है।
सीएम योगी 11 नवंबर को कटेहरी,फूलपुर और मंझवा में चुनाव प्रचार करेंगे।पिछले चुनाव में मंझवा और कटेहरी की सीटें सहयोगी दल निषाद पार्टी को मिली थीं।इस बार तय हुआ कि निषाद पार्टी के चुनाव निशान भोजन भरी थाली पर चुनाव लड़ने में नुकसान है।इसलिए इस बार निषाद पार्टी के लिए भाजपा ने सीट नहीं छोड़ी।
यूपी भाजपा कोर कमेटी ने पूरे उपचुनाव की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है।इस कमेटी में सीएम,दोनों डिप्टी सीएम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री शामिल हैं।सीएम ने कटेहरी सीट की ज़िम्मेदारी खुद ले रखी है।चुनाव से पहले ही सीएम कटेहरी का दो बार दौरा कर चुके हैं। सीएम ने अपने सबसे भरोसेमंद मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को कटेहरी विधानसभा का प्रभारी बनाया है।मंझवा और फूलपुर विधानसभा सीट की ज़िम्मेदारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पास है। भाजपा ने इस बार उपचुनाव में वोबीसी पर दांव लगाया है।