मुरादाबाद।संगम नगरी में जनवरी 2025 में गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी के संगम तट पर विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ के रूप में होने जा रहा है।महाकुंभ की तैयारी अंतिम चरण में है।महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।महाकुंभ के लिए रेलवे ने भी बड़ी तैयारी की है।
महाकुंभ में मुख्य स्नान के छह पर्वों पर भारी संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे।उनको राहत देने के लिए मुरादाबाद मंडल से पांच विशेष ट्रेनें चलेंगी। ये ट्रेनें 13 जनवरी से 26 फरवरी तक अलग-अलग तारीखों में चलेंगी। देहरादून, योगनगरी समेत पांच स्टेशनों से संचालित होंगी।ट्रेनों में रिजर्व और अनरिजर्व कोच होंगे।मुरादाबाद रेल प्रशासन ने देहरादून,योगनगरी,बरेली के अलावा सहारनपुर और दिल्ली से विशेष ट्रेनों को चलाने की तैयारी की है।इस बाबत रेल अधिकारियों ने प्रस्ताव बनाकर बोर्ड को भेजा है। अब बोर्ड से हरी झंडी का इंतजार है।
रेल अधिकारियों का कहना है कि ट्रेनें आरक्षित व अनारक्षित होगी।इन विशेष ट्रेनों को मुख्य स्नान से पहले रेलवे चलाएगा। ताकि आम श्रद्धालु समय पर प्रयागराज पहुंच सकें। योगनगरी से आरक्षित व देहरादून, बरेली, दिल्ली व सहारनपुर से अनारक्षित कोचों की ट्रेन चलाए जाने का प्रस्ताव है।हालांकि भीड़ को देखते हुए ही विशेष ट्रेनें संचालित की जाएगी।
रेल अधिकारियों का कहना है कि महाकुंभ मुख्य छह स्नान होंगे।पहल स्नान 13 जनवरी को पौष माह से होगा।प्रयागराज के लिए भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन एक दिन पहले ट्रेन चलाएगा। यह ट्रेन स्नान के एक दिन बाद तक चलेगी। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 2 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर मुख्य स्नान के दिनों में ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव है।
सीनियर डीसीएम मुरादाबाद आदित्य गुप्ता ने कहा कि प्रयागराज में कुंभ मेले के मद्देनजर विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। देहरादून समेत पांच स्टेशनों से ट्रेनें चलेंगी। 16 से 18 कोच की ट्रेन आरक्षित व अनारक्षित होगी। रेलवे कुंभ में छह मुख्य स्नान पर्वो पर भीड़ को देखते हुए चलाएगा। ट्रेन संचालन का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है।