लखनऊ।राजधानी लखनऊ में मंगलवार को लोक भवन में आयोजित संविधान दिवस समारोह आयोजित किया गया। संविधान दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने भारत के संविधान का गला घोंटने की कोशिश की, जनता ने उन्हें सबक सिखाया है। सीएम ने कहा कि संविधान 140 करोड़ भारतीयों को जोड़ने का काम करता है। मूल कर्तव्यों का निर्वहन ही बाबा साहब को सच्ची श्रृद्धांजलि है।संविधान पर वर्ष भर कार्यक्रम चलेंगे।इस मौके पर उन्होंने संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि देते हुए प्रस्तावना का पाठ भी किया।
सीएम योगी योगी कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान धर्म निरपेक्ष और समाजवादी शब्दों को जोड़कर संविधान के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की और संविधान का गला घोंट कर दिया। सीएम ने तर्क दिया कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा 26 नवंबर 1949 को तैयार किए गए मूल संविधान में ये दो शब्द शामिल नहीं थे। सीएम ने कहा कि जनता ने संविधान के साथ विश्वासघात करने वालों को सही सबक सिखाया है।बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उन याचिकाओं को खारिज कर दिया था,जिनमें 1976 में आपातकाल के दौरान 42वें संशोधन के माध्यम से प्रस्तावना में समाजवादी और धर्मनिरपेक्षशब्दों को शामिल किए जाने को चुनौती दी गई थी।
भारतीय संविधान की मजबूती और व्यापकता का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह विश्व का सबसे मजबूत संविधान है।भारत को एक भारत,श्रेष्ठ भारत बनाने की नींव रखने का श्रेय सीएम योगी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को दिया। संविधान दिवस की बधाई देते हुए सीएम ने भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संविधान की महानता पर जोर दिया।
बाबा साहेब को भारत का सच्चा पुत्र बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि उनकी अगुवाई में संविधान की प्रारूप समिति ने न्याय, समानता और बंधुत्व जैसे मूलभूत मूल्यों को संविधान में शामिल किया जो राष्ट्र के भविष्य को मजबूत करने में सहायक हैं।
सीएम योगी ने ऐतिहासिक जानकारी साझा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की मांग पर 1946 में गठित संविधान सभा ने 9 दिसंबर 1946 को अपनी पहली बैठक की थी। इसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद को अध्यक्ष चुना गया था। संविधान 13 समितियों द्वारा तैयार किया गया, जिसमें प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. अंबेडकर थे। इन समितियों की चर्चाओं ने संविधान का मूल स्वरूप तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका से इन ऐतिहासिक बहसों से प्रेरणा लेने की अपील की, जो भारतीय संविधान की भावना और सिद्धांतों को दर्शाती हैं।
भारतीय लोकतंत्र की प्रशंसा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारतीय संविधान सभी जातियों, विचारधाराओं और धर्मों के व्यक्तियों को समान मतदान अधिकार सुनिश्चित करता है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए योगी ने आरोप लगाया कि पार्टी ने संविधान की पवित्रता को कमजोर करने की कोशिश की और इसके मूल ढांचे को बदलने की कोशिश की। सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार ने संविधान की मूल भावना को पुनर्स्थापित और मजबूत किया है।किसी भी संविधान की आत्मा उसके उद्देश्यों और सिद्धांतों में निहित होती है और जनता ने संविधान के साथ छेड़छाड़ करने वालों को हमेशा जवाबदेह ठहराया है।