नई दिल्ली।अमेरिका से अवैध रूप से प्रवेश करने वाले 104 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर दिया गया।इनमें उत्तर प्रदेश के भी तीन लोग शामिल हैं।यह सभी लोग अमेरिका में गैरकानूनी रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे,लेकिन अब उन्हें भारत वापस भेज दिया गया है।
अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा अमेरिकी विमान
अमेरिकी सैन्य विमान C-17 ग्लोबमास्टर बुधवार दोपहर 1:55 बजे अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा।विमान में कुल 104 भारतीय नागरिक सवार थे,जिन्हें अमेरिका ने डिपोर्ट कर दिया है।
कौन-कौन से राज्यों के लोग शामिल
डिपोर्ट किए गए भारतीयों में सबसे अधिक संख्या पंजाब, हरियाणा और गुजरात के लोगों की है। 30 पंजाब से,33 हरियाणा से,33 गुजरात से,3 महाराष्ट्र से 3 उत्तर प्रदेश से
और 2 चंडीगढ़ से हैं।
यूपी के कौन से जिले से हैं ये लोग
अमेरिका से निकाले गए 2 लोग मुजफ्फरनगर और एक पीलीभीत से हैं। 19 साल के रक्षित और 38 साल के देवेंद्र मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। इसके अलावा 24 साल के गुरप्रीत सिंह पूरनपुर पीलीभीत के रहने वाले हैं।
डंकी रूट से पहुंचे थे अमेरिका,भेजे गए वापस
बताया जा रहा है कि ये सभी लोग अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।जानकारी के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर को अमेरिकी-मेक्सिको सीमा पर पकड़ा गया था।ये लोग डंकी रूट यानी गैरकानूनी रास्तों से अमेरिका पहुंचे थे।डंकी रूट का इस्तेमाल करने के लिए इन्हें दलालों को लाखों रुपये देने पड़े,लेकिन अमेरिका की सख्त आव्रजन नीति के चलते इन्हें वहां बसने का मौका नहीं मिला और अब इन्हें भारत वापस भेज दिया गया है।
क्या होता डंकी रूट
डंकी रूट यानी गैरकानूनी तरीके से विदेश जाने का रास्ता। इसमें लोग कई देशों से होते हुए गैरकानूनी रूप से अमेरिका, कनाडा या यूरोप में घुसने की कोशिश करते हैं।आमतौर पर, ये लोग टूरिस्ट वीजा या एजेंटों की मदद से लैटिन अमेरिका के किसी देश (जैसे ब्राजील, इक्वाडोर, पनामा, या मैक्सिको) तक पहुंचते हैं।वहां से जंगलों,नदियों और रेगिस्तानों के रास्ते पैदल चलकर अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर तक पहुंचते हैं।इसके बाद दलालों की मदद से अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करते हैं।यह सफर बेहद खतरनाक होता है। लोग जंगलों,समुद्रों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों से गुजरते हैं,जहां लूट, रेप,किडनैपिंग और जानलेवा बीमारियों का खतरा बना रहता है।
अमेरिका में बढ़ी सख्ती,ट्रंप प्रशासन ने लिया कड़ा फैसला
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ही अवैध प्रवासियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। ट्रंप प्रशासन ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की है।यह पहली बार है जब अमेरिका से इतने बड़े पैमाने पर भारतीयों को डिपोर्ट किया गया है।
भारत में कानूनी कार्रवाई नहीं,लेकिन जांच जारी
डिपोर्ट किए गए लोगों पर भारत में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी,क्योंकि उन्होंने भारत के किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है, वे कानूनी रूप से भारत से बाहर गए थे,लेकिन अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश के कारण उन्हें वापस भेजा गया है।हालांकि अगर इन लोगों के पास पासपोर्ट उपलब्ध नहीं हैं तो उनकी पहचान बायोमेट्रिक्स के जरिए की जाएगी।वहीं सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि ये लोग किन एजेंटों के जरिए अमेरिका पहुंचे थे और उन्हें वहां किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।डिपोर्ट किए गए भारतीयों की पहचान और उनके घर भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं सरकार इस मामले में दलालों और मानव तस्करी से जुड़े लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।