प्रतापगढ़ से सिक्किम हनीमून मनाने गया नवविवाहित जोड़ा 15 दिनों से लापता,पहाड़ों में क्यों खो जाते हैं लोग:धनंजय सिंह 


प्रतापगढ़ से सिक्किम हनीमून मनाने गया नवविवाहित जोड़ा 15 दिनों से लापता,पहाड़ों में क्यों खो जाते हैं लोग:धनंजय सिंह 

धनंजय सिंह | 11 Jun 2025

 

लखनऊ।सिक्किम पूर्वी हिमालय में स्थित है,सिक्किम देश के सबसे छोटे राज्यों में से एक है।इसकी सीमा उत्तर और उत्तर-पूर्व में चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र,दक्षिण-पूर्व में भूटान, दक्षिण में भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल और पश्चिम में नेपाल से लगती है।सिक्किम की राजधानी गंगटोक है,गंगटोक राज्य के साउथ ईस्टर्न भाग में स्थित है।सिक्किम अपनी बायोडायवर्सिटी के लिए जाना जाता है,जिसमें अल्पाइन और सबट्रॉपिकल क्लाइमेट शामिल है।

भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य सिक्किम हिमालय की खूबसूरती के अलावा विश्व के तीसरे सबसे ऊंचे पर्वत शिखर, कंचनजंगा के लिए भी जाना जाता है।सबसे दिलचस्प यह है कि सिक्किम छोटा राज्य है और यहां घूमने के लिए आप कहीं भी निकलेंगे तो आपको कुछ खास ही नजर आएगा।

राजधानी गंगटोक सिक्किम का सबसे बड़ा शहर है।गंगटोक का लगभग 35 फीसदी हिस्सा कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान ने कवर किया है।सिक्किम में छह जिले हैं,गंगटोक,मंगन,नामची, ग्यालशिंग,पाकयोंग और सोरेंग हैं।सिक्किम बेहद खूबसूरत जगह है,सिक्किम अपने बर्फीले पहाड़ों,हरी-भरी घाटियों और शांत झीलों के लिए फेमस है।अगर आप हिमालय के नजारों और शांतिपूर्ण जगहों का भरपूर मजा लेना चाहते हैं तो सिक्किम में घूमने के लिए ऐसी कई जगहें हैं।शानदार नजारों और शांतिपूर्ण जगहों का भंडार सिक्किम आपको धरती पर किसी स्वर्ग से कम नहीं लगेगा।सिक्किम में स्थित गंगटोक और गुरुडोंगमार झील दो ऐसी यूनिक जगहें हैं,जहां जाकर आप खुद को प्रकृति के बहुत पास पा सकते हैं,सिक्किम की हर जगह एक अलग और यादगार अनुभव देती है।

सिक्किम जितना खूबसूरत है,उतना ही खतरनाक भी है‌। सिक्किम की प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ इसकी खतरनाक ज्योग्राफिकल लोकेशन भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह इलाका काफी ऊंचाई पर है,जिससे यहां खतरनाक मौसम और भूस्खलन का खतरा बना रहता है।साथ ही कुछ इलाकों में जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता है,सिक्किम में ज्यादातर जगहों पर ऊंची और खड़ी ढलानें हैं,यह इलाका भूकंप और भूस्खलन के लिहाज से भी संवेदनशील है।

सिक्किम में मौसम अक्सर अचानक बदलता रहता है। अचानक बर्फबारी,भारी बारिश और तूफान भी आ सकते हैं। सिक्किम में कई तरह के वन्यजीव पाए जाते हैं,जिनमें से कुछ इंसानों के लिए खतरनाक भी हो सकते हैं,ऐसे में सिक्किम में यात्रा करने वाले लोगों को मौसम,भूस्खलन और वन्यजीवों से खतरा हो सकता है,इसलिए यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी लेना और स्थानीय गाइड के साथ जाना जरूरी है। सिक्किम एक खूबसूरत जगह है,लेकिन इसकी ज्योग्राफिकल कंडिशन और मौसम की वजह से यहां कुछ खतरे भी हैं। इन खतरों को ध्यान में रखते हुए सिक्किम की यात्रा करने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र के राहाटीकर गांव के रहने वाले 29 वर्षीय कौशलेंद्र प्रताप सिंह और 26 वर्षीय अंकिता सिंह 24 म‌ई को हनीमून मनाने सिक्किम गए थे। 15 दिन बीत जाने के बाद भी कौशलेंद्र और अंकिता घर नहीं लौटे हैं। 5 मई को शादी के बंधन में बंधे कौशलेंद्र और अंकिता 24 मई को सिक्किम के लिए निकले थे‌। 29 मई की शाम को जिस गाड़ी में कौशलेंद्र और अंकिता यात्रा कर रहे थे,वह भूस्खलन प्रभावित मंगन जिले में तीस्ता नदी में 1,000 फीट नीचे गिर गई। लाचेन-लाचुंग राजमार्ग पर मुन्सिथांग के पास गाड़ी सड़क से फिसल गई।इस हादसे में कौशलेंद्र और अंकिता समेत आठ पर्यटक लापता हैं। लापता पर्यटकों की तलाश एनडीआरएफ,अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं,वन विभाग,पर्यटन विभाग,टीएएएस (सिक्किम ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन)और पुलिस के कर्मियों द्वारा की जा रही है,हालांकि खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।


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