लखनऊ।राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले सात विधायकों में से तीन पर समाजवादी पार्टी का हंटर चला है।सपा ने तीनों विधायक को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।फरवरी 2024 में राज्यसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी का साथ देते हुए मनोज कुमार पांडेय,राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह ने क्राॅस वोटिंग की थी।चार अन्य विधायक राकेश पांडे,विनोद चतुर्वेदी,पूजा पाल और आशुतोष मौर्या के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की है।कहा जा रहा है कि अच्छे व्यवहार के कारण अल्टीमेटम देकर इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इस कार्रवाई के बाद सपा के कुछ नेताओं का कहना है कि निष्कासित किए गए तीनों विधायक लगातार पीडीए के खिलाफ बोल रहे थे,इसीलिए अब उन पर कार्रवाई की गई है। जबकि चार अन्य का हृदय परिवर्तन देखने को मिला है।इसी वजह से उन पर ऐक्शन नहीं लिया गया है।
बता दें कि 27 फरवरी 2024 को राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में सपा के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में वोट दिया था। इसके बाद ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने बागी विधायकों की पार्टी में वापसी की संभावना से इनकार करते हुए कह दिया था कि इन पर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। बागी विधायकों की वापसी के लिए पार्टी के कुछ नेताओं ने पैरवी की तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दो टूक मना कर दिया।कहा कि किसी को वापस नहीं लिया जाएगा।इसके बाद लोकसभा चुनाव की वजह से बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा पीछे चला गया था।लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार करने में इन बागी विधायकों की भूमिका तलाशने और उसके प्रमाण जुटाने की कोशिशें भी हुईं।बागी विधायकों की सदस्यता खत्म कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाने की संभावना तलाशी गई।
सूत्रों का कहना है कि एक विधायक को छोड़कर सपा किसी के खिलाफ ऐसे सबूत नहीं जुटा पाई,जिससे दल विरोधी आचरण साबित हो सके।इसी वजह से बागी विधायकों के प्रति कार्रवाई की बात पार्टी टालती रही,लेकिन अब जब विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं तो सपा कील-कांटे दुरुस्त करने में जुटी है।तीन विधायकों को बाहर का रास्ता दिखाने के साथ ही सपा ने पीडीए के मुद्दे पर नए सिरे से मोर्चेबंदी की शुरुआत भी कर दी है।
राज्यसभा चुनाव में सपा के जिन 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी,उनमें गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह,ऊंचाहार विधायक मनोज कुमार पांडेय,गोसाईगंज विधायक अभय सिंह,कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी,बिसौली विधायक आशुतोष मौर्य,चायल विधायक पूजा पाल और जलालाबाद विधायक राकेश पांडेय शामिल थे।इनके अलावा अमेठी विधायक महाराजी देवी वोटिंग के दौरान गैर हाजिर रही थीं।
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि पार्टी से निष्कासित तीनों विधायक लगातार पीडीए के खिलाफ बोल रहे थे,जबकि चार अन्य का हृदय परिवर्तन देखने को मिला। उन्होंने पीडीए की प्रति अपनी आस्था दिखाई है,लिहाजा उन पर एक्शन नहीं लिया गया।सपा प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी पीडीए फॉर्मूले को लेकर चल रही है,उसके खिलाफ बोलने वालों पर एक्शन लिया जाएगा।