लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इटावा में यादव और दलित कथावाचकों के सिर मुंडाने और मारपीट के मामले में इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ब्रजेश श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई है।सीएम ने कहा कि कुछ लोग यूपी में जातीय हिंसा करना चाहते हैं और पुलिस इसे रोक नहीं पा रही है।औरैया और कौशांबी के एसपी को भी सीएम ने फटकार लगाई,इन दोनों ज़िलों में भी इसी तरह की घटनाएं हुईं हैं।सीएम ने कहा कि जिस जिले में ऐसी घटनाएं होंगी तो उस जिले के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बता दें कि बुधवार को सीएम योगी अपने सरकारी आवास से आगामी त्योहारों की तैयारी और कानून-व्यवस्था की स्थिति की शासन और फील्ड में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा कर रहे थे।
जानें इटावा का क्या है मामला
यह मामला बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव का है,जहां 21 जून को एक भागवत कथा का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में कथावाचक मुकुट मणि और आचार्य संत सिंह कथा वाचन कर रहे थे।आयोजन के दौरान कुछ ग्रामीणों ने कथावाचकों की जाति को लेकर आपत्ति जताई।आरोप लगाया गया कि कथावाचकों ने स्वयं को ब्राह्मण बताकर कथा का आयोजन किया,जबकि वह अन्य जाति से हैं,इसी विवाद ने तूल पकड़ा और कुछ लोगों ने कथावाचकों के साथ मारपीट शुरू कर दी।इतना ही नहीं उनकी इच्छा के विरुद्ध उनके बाल भी काट दिए गए,इस अमानवीय कृत्य का वीडियो किसी ने बना लिया और बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने पर पुलिस एक्शन
सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई।स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।इटावा एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।सेल ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू की।पीड़ित कथावाचकों की तहरीर पर संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई,पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 21 वर्षीय आशीष,19 वर्षीय उत्तम,24 वर्षीय प्रथम उर्फ मनु और 30 वर्षीय निक्की को गिरफ्तार कर लिया,इनमें निक्की पर कथावाचकों के बाल जबरन काटने का मुख्य आरोप है।
चोटीकांड पर एसएसपी का बयान
इटावा एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया था कि यह घटना बकेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान हुई,जहां कथावाचक के साथ कथित तौर पर मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और उनकी चोटी काटने की घटना हुई।सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और शिकायत के आधार पर हमने कार्रवाई शुरू कर दी है।अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई है, जो इस मामले की गहन विवेचना कर रही है। पीड़ित की पहचान कर ली गई है और सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी।