लखनऊ।विश्व एमएसएमई दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित एक भव्य समारोह को संबोधित किया।उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल का शुभारंभ किया।इस दौरान सीएम ने यूथ अड्डा का लोकार्पण,सीएम युवा मोबाइल ऐप का शुभारंभ,बरेली और मुरादाबाद में 18 करोड़ रुपये की ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का उद्घाटन किया।सीएम ने जातिगत भेदभाव को समाप्त कर सभी समुदायों के युवाओं को समान अवसर प्रदान करने की डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर किया।
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों को जातिगत संघर्ष कराने से ही फुरसत नहीं थी,जिसके कारण प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था। सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों ने न सिर्फ उद्यमियों की उपेक्षा की, बल्कि जातीय संघर्षों को बढ़ावा देने का कार्य भी किया।
पिछले आठ वर्षों में यूपी की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालते हुए सीएम योगी कहा कि 2017 में प्रदेश का निर्यात मात्र 80 हजार करोड़ रुपये था,जो आज 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।प्रति व्यक्ति आय 46 हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपये और जीडीपी 12 लाख 75 हजार करोड़ से बढ़कर 31 लाख करोड़ रुपये हो गई है।सीएम ने कहा कि यह प्रगति बेहतर कानून व्यवस्था और सभी समुदायों को समान अवसर देने के कारण संभव हुई है।
सीएम ने कहा कि 2017 से पहले का यूपी दंगों के रूप में, माफिया गिरोह के रूप में,बेटी और व्यापारी के लिए सबसे असुरक्षित प्रदेश के रूप में जाना जाता था। सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों की उपलब्धि जातीय संघर्ष करा कर परिवारवाद के नाम पर एक जनपद एक माफिया देने का कार्य कर रही थी।इसके चलते जनता के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी ने 24 जनवरी 2018 में पहली बार अपने स्थापना दिवस का आयोजन किया। सीएम ने कहा कि 1950 में यूपी की स्थापना होने के बाद से लेकर 2018 तक कभी प्रदेश के स्थापना दिवस का आयोजन नहीं हुआ, क्योंकि पिछली सरकारों को जातीय संघर्ष कराने और इसके आधार पर प्रदेश को पहचान का संकट खड़ा करने से फुरसत ही नहीं थी।वे सब अपने परिवार के लिए कार्य कर रहे थे, प्रदेश से उनका कोई मतलब नहीं था।
सीएम योगी ने यूथ अड्डा का लोकार्पण किया,जिसे यूपीकॉन द्वारा नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। यह मंच सभी जातियों और समुदायों के युवाओं को अपने व्यवसायिक विचार साझा करने, बैंकों से ऋण सहायता प्राप्त करने और अनुभवी मेंटर्स से मार्गदर्शन लेने का अवसर प्रदान करेगा।सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार जाति, क्षेत्र या भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करती,हर युवा की प्रतिभा को मंच देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
सीएम युवा मोबाइल ऐप के शुभारंभ के साथ,सरकार ने युवाओं को उद्यमिता से जोड़ने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत की।सीएम योगी ने कहा कि यह ऐप सभी समुदायों के युवाओं को बिना किसी जातिगत भेदभाव के प्रशिक्षण, ऋण और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगा। सीएम ने कहा कि यह ऐप सुनिश्चित करेगा कि कोई भी युवा सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने के लिए मजबूर न हो।
सीएम योगी ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) योजना के तहत बरेली और मुरादाबाद में 18 करोड़ रुपये की लागत से कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर (सीएफसी) परियोजनाओं का लोकार्पण किया।सीएम योगी ने कहा कि आज ओडीओपी के माध्यम से हर जनपद की विशिष्टता को वैश्विक मंच मिल रहा है। सीएम ने कहा कि इस योजना ने सभी जातियों के कारीगरों और उद्यमियों को समान अवसर प्रदान किए हैं, जिससे मुरादाबाद का ब्रास, भदोही का कालीन और लखनऊ की चिकनकारी जैसे उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बना रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई इकाइयों में 2 करोड़ से अधिक लोग कार्यरत हैं,जिनमें सभी जातियों और समुदायों के लोग शामिल हैं। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने बिना भेदभाव के इन इकाइयों को पांच लाख रुपये का सुरक्षा कवच और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की है। यूपी देश में एमएसएमई में 14 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है।
सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत 55 हजार युवाओं को 5 लाख रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण और 10 प्रतिशत सरकारी अनुदान प्रदान किया गया है।सीएम ने कहा कि हमने इन युवाओं का चयन उनकी प्रतिभा के आधार पर किया,न कि उनकी जाति या क्षेत्र के आधार पर। इस योजना ने सभी समुदायों के युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर दिया है।
सीएम योगी ने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 1 लाख से अधिक परंपरागत कारीगरों को टूलकिट और सस्ते ऋण प्रदान किए गए हैं। ये कारीगर विभिन्न जातियों और समुदायों से हैं,जिन्हें पहले उपेक्षित किया जाता था। सीएम ने कहा कि हमने हर गांव और कस्बे के कारीगरों को सम्मान और अवसर दिया है, ताकि वे अपनी कला को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें।
सीएम योगी ने इस वर्ष 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण की घोषणा की।सीएम ने कहा कि यह शो यूपी के एमएसएमई उत्पादों को वैश्विक खरीदारों तक पहुंचाने का मंच प्रदान करेगा।सीएम ने कहा कि पिछले दो संस्करणों की सफलता ने दिखाया कि यूपी के उत्पाद,चाहे किसी भी समुदाय के कारीगरों द्वारा बनाए गए हों, विश्वस्तर पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं। इस अवसर पर 25 से 29 सितंबर तक आयोजित होने जा रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो से संबंधित एक लघु चलचित्र का प्रदर्शन किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी के 77 उत्पादों को जीआई टैग प्राप्त हो चुका है और 75 नए आवेदनों पर कार्य चल रहा है। इसके लिए ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, ताकि सभी समुदायों के हस्तशिल्पियों के उत्पादों को संरक्षित किया जा सके।सीएम ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी विरासत पर कोई और दावेदारी न कर सके।
सीएम योगी ने औद्योगिक आख्यान खैमई अलीगढ़ की पांच औद्योगिक इकाइयों और उनके प्रतिनिधियों को आवंटन पत्र वितरित किया।इस दौरान मेसर्स मैक्स बोल्ट एनर्जी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के सत्येन्द्र शुक्ला और विशाल गुप्ता, मेसर्स मानसरोवर इंगट प्राइवेट लिमिटेड की अदिति और अंशिका मित्तल, मेसर्स मैडवाई इंडिया के पवन ओझा, मेसर्स प्रभा इंटरनेशनल के अतुल शर्मा, मेसर्स गायत्री बिल्डिंग मैटेरियल के कुलदीप आर्य को आवंटन पत्र वितरित किया।
यूपी के प्रोडक्ट को अधिक से अधिक जीआई टैग मिले इसके लिए सीएम योगी के समक्ष आयुक्त उद्योग के. विजयेन्द्र पांडियन और ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के पद्मश्री डॉ रजनीकांत के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ।इसके साथ ही मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत वाराणसी की अदिति सिंह, गोरखपुर के दुर्विजय, लखनऊ के पवन कुमार मिश्रा, बाराबंकी के ललित कुमार, बाराबंकी के दिवाकर तिवारी, लखनऊ की गरिमा पांडेय को डमी चेक वितरित किया।
ओडीओपी वित्त पोषण योजना के अंतर्गत सीतापुर के अफसर अली, बाराबंकी के श्रवण कुमार, रायबरेली के राजेश कुमार त्रिपाठी, उन्नाव के मोहम्मद नदीम, लखनऊ की रेखा मलानी को डमी चेक वितरित किया।
ओडीओपी ट्रेनिंग टूलकिट योजना के अंतर्गत रायबरेली के रंजीत कुमार, लखीमपुर खीरी की कुमारी जया, अमेठी के गोविंद यादव, कौशाम्बी के विनोद कुमार, मीरजापुर के बहादुर को टूलकिट वितरित किया।