बसपा मुखिया मायावती संविधान के मुद्दे पर मैदान में उतरीं,कहा-छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं,भाजपा-कांग्रेस अंदर से एक


बसपा मुखिया मायावती संविधान के मुद्दे पर मैदान में उतरीं,कहा-छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं,भाजपा-कांग्रेस अंदर से एक

धनंजय सिंह | 28 Jun 2025

 

लखनऊ।उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी  की मुखिया मायावती ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।इस दौरान मायावती ने आपातकाल के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला।संविधान के मूल स्वरूप में बदलाव की कोशिशों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा कि बसपा ऐसे किसी भी प्रयास का कड़ा विरोध करेगी और जरूरत पड़ी तो सड़कों पर आंदोलन भी किया जाएगा।

बसपा मुखिया मायावती ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी पर संविधान के मूल स्वरूप को बदलने की कोशिशों का आरोप लगाया।मायावती ने कहा कि दोनों पार्टियां सत्ता में रहते हुए संविधान के प्रावधानों को कमजोर कर रही हैं और आरक्षण व्यवस्था को भी खत्म करने की साजिश रच रही हैं। मायावती ने चेतावनी दी कि बसपा इस संविधान विरोधी रवैये का कड़ा विरोध करेगी और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर आंदोलन भी करेगी।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि देश के संत समाज,खासकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने समाज के सभी वर्गों,विशेषकर दलितों, पिछड़ों और वंचितों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक समतामूलक संविधान की नींव रखी थी।मायावती ने कहा कि देश में संत समाज के हित के लिए और सर्वजन सुखाय,सर्वजन हिताय के सिद्धांतों पर चलते हुए जो संविधान तैयार किया गया, वह आज गंभीर संकट में है।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि पहले कांग्रेस और अब भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने संविधान के साथ ईमानदारी नहीं बरती।मायावती ने कहा कि इन पार्टियों ने सत्ता में रहते हुए संविधान के प्रावधानों को कमजोर करने का काम किया है।पहले कांग्रेस और अब भाजपा व उसके सहयोगी दलों ने संविधान को सही मायनों में लागू नहीं किया है,ये पार्टियां अपनी जनविरोधी नीतियों को छिपाने के लिए संविधान में अनावश्यक बदलाव कर रही हैं।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दिखावे में एक-दूसरे के विरोधी हो सकते हैं,लेकिन असलियत में दोनों संविधान संशोधन के मामलों में एकजुट हैं।आज कांग्रेस और भाजपा अंदर ही अंदर एक हैं। मायावती ने कहा कि संविधान में समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता जैसे शब्दों को हटाने की कोशिशें हो रही हैं,जो देश के लोकतांत्रिक ढांचे और बहुलतावादी समाज के लिए खतरनाक संकेत हैं।हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।मायावती ने कहा कि संविधान से छेड़छाड़ की कोई भी कोशिश होगी तो बसपा चुप नहीं बैठेगी,पार्टी इसके खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करेगी।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि आरक्षण व्यवस्था को कमजोर करने की भी योजनाएं चल रही हैं और इसे धीरे-धीरे निष्क्रिय किया जा रहा है।आरक्षण से संबंधित कई मामले आज भी लंबित हैं। मायावती ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल समाज के वंचित वर्गों को उनके अधिकारों से वंचित करने का प्रयास कर रहे हैं।

बसपा मुखिया मायावती ने साफ किया कि उनकी पार्टी संविधान की मूल आत्मा से कोई समझौता नहीं करेगी। मायावती ने कहा कि संविधान और दलित-पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए बसपा हर स्तर पर संघर्ष करती रहेगी।


add

अपडेट न्यूज


भारत से सुपरहिट
Beautiful cake stands from Ellementry

Ellementry

© Copyright 2019 | Vanik Times. All rights reserved