लखनऊ।उत्तर प्रदेश में मौसम बदलने वाला है।मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो घंटे में यूपी के कई जिलों में बारिश की संभावना है।सहारनपुर,गंगोह,देवबंद,शामली,
मुजफ्फरनगर,कांधला,बिजनौर,चांदपुर,बड़ौत,मोदीनगर, गढ़मुक्तेश्वर,पिलखुआ,हापुड़,गुलावठी,स्याना,सिकंदराबाद और बुलंदशहर में हल्की बारिश हो सकती है।इससे तापमान में गिरावट आएगी और भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी।
यूपी में मानसून सक्रिय तो है,लेकिन वैसी बारिश कुछ हिस्सों में नहीं हो रही,जैसी होनी चाहिए।लोग आस लगाए बैठे हैं कि कब ये बदरा पहले जैसा बरसेंगे।मौसम विभाग के अलर्ट भी उतने कारगर साबित नहीं पा रहे।अब अगले दो दिनों की बात करें तो 8 और 9 जुलाई को यूपी के कई हिस्सों में भारी बारिश,बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग लखनऊ की ओर से जारी चेतावनी बुलेटिन के अनुसार आज मंगलवार और कल बुधवार को यूपी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा।वैसे कल सोमवार को भी कई जिलों में बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं हुई हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बहराइच,लखीमपुर खीरी,आगरा,फिरोजाबाद,इटावा,शाहजहांपुर,जालौन,महोबा, झांसी,ललितपुर और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।वहीं प्रयागराज,कौशांबी,फतेहपुर,चित्रकूट,बांदा, गाजीपुर,मिर्जापुर,सोनभद्र,बहराइच,सीतापुर,लखनऊ, कानपुर,मेरठ,अलीगढ़,मथुरा,फिरोजाबाद,आगरा सहित लगभग 50 से अधिक जिलों में गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है।
9 जुलाई के मौसम पूर्वानुमान की बात करें तो पश्चिमी यूपी में ज्यादातर स्थानों पर बारिश के आसार हैं तो पूर्वी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
इनमें चित्रकूट,बांदा,हमीरपुर,महोबा,झांसी,ललितपुर में भारी बारिश हो सकती है।वहीं मुरादाबाद,रामपुर,बरेली,पीलीभीत, शाहजहांपुर,अमरोहा,संभल,मुजफ्फरनगर,बागपत, गौतमबुद्धनगर,बुलंदशहर,अलीगढ़,मैनपुरी,औरैया आदि जिलों में भी गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम विभाग ने इन मौसमी गतिविधियों के कारण फसलों और जनजीवन पर असर का अलर्ट भी जारी किया है।जलभराव से गन्ना,मक्का,धान,अरहर जैसी फसलें प्रभावित हो सकती हैं,सब्जियों और फलदार पौधे केला,पपीता पर भी बर्बादी का खतरा है।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि खेतों से एक्स्ट्रा पानी निकालें और बारिश के दौरान बुवाई या रोपाई न करें।लोगों को सलाह दी गई है कि बिजली गिरने के समय खुले में ना रहें, पेड़ों या कमजोर ढांचों के नीचे न जाएं।