पहलगाम में हमले के बाद आतंकियों ने मनाया था जश्न,एन‌आईए के मुख्य गवाह का चौंकाने वाला खुलासा


पहलगाम में हमले के बाद आतंकियों ने मनाया था जश्न,एन‌आईए के मुख्य गवाह का चौंकाने वाला खुलासा

मनोज बिसारिया | 16 Jul 2025

 

नई दिल्ली।जम्मू कश्मीर के पहलगाम जिले में 22 अप्रैल को बैसरन वैली में आतंकियों ने हमला करके पर्यटकों की हत्या कर दी थी।आतंकियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों को मारा था।आतंकी हमले के 80 दिन बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकियों 26 पर्यटकों की हत्या के बाद हवाई फायरिंग कर जश्न मनाया था।यह चौंका देने वाला खुलासा एनआईए की जांच में हुआ है। 

बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के मुख्य गवाह ने जांच एजेंसी को बताया है कि आतंकवादियों ने बैसरन वैली में खून बहाने के बाद हवा में चार राउंड फायरिंग कर जश्न मनाया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जम्मू कश्मीर पुलिस की मदद से एक स्थानीय शख्स को ट्रैक किया था,जिसका हमले के बाद आतंकियों से आमना-सामना हुआ था।

आतंकियों के मददगार शिकंजे में

पहलगाम आतंकी हमले के एक मुख्य गवाह ने जांचकर्ताओं को बताया है कि उसने 22 अप्रैल को मैदानी इलाकों में 26 नागरिकों की हत्या के बाद बंदूकधारियों को जश्न में हवा में चार राउंड गोलियां चलाते देखा था। द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पिछले महीने एनआईए ने हमलावरों को कथित तौर पर पनाह देने के आरोप में दो स्थानीय लोगों परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद को गिरफ्तार किया था। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने तीन हथियारबंद आतंकवादियों की पहचान उजागर की और पुष्टि की है कि वे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।

मौके से बरामद किए गए कारतूस

एनआईए की जांच जैसे आगे बढ़ी वैसे ही एक स्थानीय व्यक्ति मिला,जिसे अब जांच एजेंसी ने मुख्य गवाह बना लिया है। मुख्य गवाह ने एनआईए को अहम जानकारी दी है कि जब आतंकी नागरिकों की हत्या करने के बाद बैसरन से निकल रहे थे, तो बंदूकधारियों ने उसे रोक लिया। इसके बाद आतंकियों ने उसे कलमा पढ़ने के लिए कहा था। जब उसने अपने स्थानीय लहजे में बोलना शुरू किया, तो उन्होंने उसे छोड़ दिया। आतंकियों ने जश्न में गोलियां चलानी शुरू कर दीं। गवाह के अनुसार हवा में चार राउंड गोलियां चलाई गईं। गवाह के बयान के आधार पर जांच एजेंसियों ने खाली कारतूस भी बरामद किए हैं। गवाह ने बताया है कि उसने परवेज और बशीर को कथित तौर पर एक पहाड़ी के पास खड़े होकर हमलावरों के सामान की देखभाल करते देखा था।

आतंकियों ने मांगा था खाना

एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सूत्र ने बताया कि परवेज ने दावा किया है कि घटना से एक दिन पहले, तीनों हमलावर दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसके घर आए और खाना मांगा। उनके पास हथियार थे। उसकी पत्नी ने उन्हें खाना परोसा और वे करीब चार घंटे तक बैसरन में सुरक्षा व्यवस्था, पर्यटक स्थलों, रास्तों और समय-सारणी से जुड़े सवाल पूछते रहे। जाने से पहले हमलावरों ने परवेज की पत्नी से कुछ मसाले और बिना पके चावल पैक करने को कहा और परिवार को 500 रुपये के पांच नोट दिए।

जेड मोड़ सुरंग से जुड़ रहे तार

सूत्र ने बताया कि इसके बाद वे बशीर से मिले। उन्होंने उनसे (दोनों स्थानीय लोगों से) 22 अप्रैल को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे बैसरन पहुंचने को कहा और हिल पार्क में एक मौसमी ढोक (झोपड़ी) के लिए रवाना हो गए। सूत्रों ने बताया कि हमलावरों में से एक सुलेमान शाह बताया जा रहा है, जो पिछले साल 20 अक्टूबर को श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही एक कंपनी के सात कर्मचारियों की हत्या में शामिल था। जेड मोड़ सुरंग पर अटैक 20 अक्तूबर, 2024 को हुआ था। इसमें सात लोगों की मौत हुई थी। बाद में 13 जनवरी को पीएम मोदी ने इस सुरंग का उद्घाटन किया था।


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