नई दिल्ली।आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज शुक्रवार को एक वृहद मॉक ड्रिल का आयोजन किया है।इस मॉक ड्रिल में भूकंप और औद्योगिक रासायनिक आपदा से निपटने की तैयारी का अभ्यास किया गया।
इस मॉक ड्रिल का आयोजन राष्ट्रीय दिल्ली के विभिन्न सरकारी भवनों,औद्योगिक क्षेत्रों,स्कूलों,मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों पर किया गया है। इस अभ्यास में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल,दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सेवा,सिविल डिफेंस,स्वास्थ्य विभाग,राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सहित कई विभाग और एजेंसियों ने भाग लिया है।
लोगों से अपील की गई थी कि वे मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं,क्योंकि यह पूरी तरह से पूर्व-निर्धारित प्रशिक्षण है, वास्तविक आपदा नहीं।कृपया इस दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलाएं,न ही सोशल मीडिया पर कोई भ्रामक संदेश साझा करें।मॉक ड्रिल के दौरान दिखाई देने वाले दृश्य केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से किए जाएंगे और इसका मकसद आपदा की स्थिति में नागरिकों को तैयार करना है।
लोगों से अपील की गई थी कि वे आपातकालीन सेवाओं के काम में बाधा न डालें और जहां आवश्यक हो वहां स्वयं भी भाग लेकर जागरूकता बढ़ाएं।यह अभ्यास राजधानी की आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली की तैयारी को जांचने,विभागों के बीच समन्वय को परखने और आम लोगों की जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है।
DDMA ने सभी लोगों से अपील की थी कि वे इस मॉक ड्रिल को गंभीरता से लें और इसे एक अवसर के रूप में देखें,जिससे वे किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में सजग और सक्षम रह सकें।भविष्य में किसी भी वास्तविक आपदा की स्थिति में आपकी सतर्कता, समझ और सहयोग न सिर्फ आपकी बल्कि दूसरों की जान बचा सकता है।
डीडीएमए ने कहा था कि मॉक ड्रिल के दौरान भूकंप और रासायनिक रिसाव की काल्पनिक स्थिति बनाई जाएगी।इस दौरान आपातकालीन सायरन बजाए जा सकते हैं, लाउडस्पीकर से घोषणाएं हो सकती हैं,आपातकालीन अलर्ट, फायर अलार्म,राहत-बचाव गाड़ियों की आवाजाही देखी जा सकती है।नकली घायलों को घटनास्थल से निकालकर अस्पतालों तक पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा। कुछ स्थानों पर यातायात को थोड़े समय के लिए रोका भी जा सकता है।