अमिताभ बच्चन ने ’गुलाबो सिताबो’ के प्रमोशन में जमकर हिस्सा लिया। इस फिल्म में उनके अपोजिट पहली बार आयुष्मान खुराना फ्रेम शेयर करते हुए नजर आए। ’गुलाबो सिताबो’ न सिर्फ अमिताभ बच्चन की बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की हिस्ट्री की पहली ऐसी फिल्म थी जिसे थिएटर के बजाए सीधे ’ओवर द टॉप’ या ’डिजिटल प्लेटफार्म’ (ओ.टी.टी) पर रिलीज किया गया।
इस साल अमिताभ बच्चन की चार हिंदी फिल्में रिलीज होने वाली थीं जिनमें उनकी पहली फिल्म ’गुलाबो सिताबो’ ने तो ’ओ.टी.टी.’ का रास्ता पकड़ लिया । अब बाकी बची उनकी फिल्मों में ’झुंड’ और ’चेहरे’ का थिएटर में रिलीज हो पाना भी काफी मुश्किल नजर आ रहा है। उनकी चौथी फिल्म ’ब्रह्मास्त्रा’ की रिलीज 2021 तक के लिए टल चुकी है।
कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार फिल्म- शूटिंग के लिए नई गाइड लाइन बना चुकी है। नये नियमों के मुताबिक 65 साल से ऊपर के लोगों को घर से निकलने की मनाही है। शूटिंग के दौरान भी ये नियम लागू रहेंगे। ऐसे में बच्चन अपनी फिल्मों की बची हुई शूटिंग किस तरह पूरी कर सकेंगे, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। हालांकि पिछले दिनों उन्होंने कोरोना बचाव के सरकारी और गैर सरकारी विज्ञापन शूट किए थे।
वहीं दूसरी ओर अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ साउथ के जाने माने और बॉलीवुड में भी शानदार फिल्मों के जरिये अपनी धाक जमा चुके निर्देशक मणिरत्नम 10 साल बाद एक बार फिर एक फिल्म शुरू करने जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार 10वीं और 11वीं शताब्दी के चोल वंश के राजाओं में से एक अरूलमोझी वर्मन की कहानी पर आधारित इस फिल्म की शूटिंग मणिरत्नम और उनकी टीम जुलाई के महीने में पांडिचेरी में शुरू कर सकती है।
इस फिल्म में ऐश्वर्या राय वैम्प नंदिनी के किरदार में नजर आएंगी। इसमें विक्रम ऐश्वर्या के अपोजिट नजर आएंगे। 2021 में रिलीज होने वाली इस फिल्म को मणिरत्नम तय समय में सिनेमाघरों में पहुंचाना चाहते हैं।
अमिताभ बच्चन के इकलौते बेटे अभिषेक बच्चन ’लूडो’ में बिजी हैं। इसके अलावा उनकी दो फिल्म ’द बिग बुल’ और ’बॉब बिस्वास’ पर भी काम जारी है। शूटिंग का सिलसिला फिर से शुरू होते ही इन फिल्मों की शूटिंग पूरी की जा सकेगी लेकिन इन फिल्मों की थियेटरी रिलीज काफी मुश्किल नजर आ रही है। हो सकता है कि पिता अमिताभ की तरह उनकी फिल्में भी ओटीटी पर रिलीज हों।
एक बार अमिताभ बच्चन ने कहा था कि जब तक उनके शरीर में प्राण हैं, वह फिल्मों में काम करते रहना चाहते हैं लेकिन कोरोना वायरस ने सारी दुनिया को जिस तरह से बदल दिया है, उसके बाद लगता है कि अमिताभ बच्चन की यह ख्वाहिश अब शायद पूरी नहीं हो सकेगी और हो सकता है कि न चाहते हुए भी अमिताभ बच्चन को फिल्मों से दूर होना पड़े।
यदि अमिताभ बच्चन न चाहते हुए फिल्मों से रिटायरमेंट लेने के लिए मजबूर होते हैं तो उनकी शायद एक और ख्वाहिश है जो पूरी न हो सके। वह है धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित के साथ कम से कम एक फिल्म में काम करने की ख्वाहिश।
जिस वक्त अमिताभ ’वन मैन ऑफ इंडस्ट्री थे, उन दिनों नायिकाओं में माधुरी दीक्षित नंबर वन थीं। ’दयावान’ (1988) ’तेजाब’ (1988) ’रामलखन’ (1989) ’दिल’ (1990) और ’किशन कन्हैया’ (1990) जैसी कामयाब फिल्मों के जरिये माधुरी ने उस वक्त की सभी एक्ट्रेसों को पीछे छोड़ दिया था।
ऐसे में स्वाभाविक था कि माधुरी और अमिताभ की जोड़ी को लेकर बड़े बड़े मेकर्स बॉक्स ऑफिस के लिए सपने संजो रहे थे। एक बड़े निर्माता की ओर से अमिताभ के अपोजिट माधुरी को काम करने का ऑफर भी मिला था।
वह ऑफर पाकर माधुरी के पैर जमीं पर नहीं पड़ रहे थे। उन्हें तो अचानक वह सब कुछ मिल गया जिसके बार में उन्होंने कभी ख्वाब में भी नहीं सोचा था लेकिन अनिल कपूर के साथ ’तेजाब’, ‘हिफााजत‘, ’परिंदा’ और ’बेटा’ जैसी फिल्मों के बाद अचानक स्टार बनी माधुरी को अनिल कपूर ने अमिताभ बच्चन के अपोजिट वाली उस फिल्म को करने से रोक दिया।
अनिल कपूर उन दिनों अमिताभ बच्चन को अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मान बैठे थे। इसलिए उन्होंने माधुरी को मजबूर किया और इस तरह माधुरी ने वह फिल्म नहीं की। जब यह बात अमिताभ के नोटिस में आई, उसके बाद वो खुद ही इस तरह के किसी ऑफर के लिए इंकार कर देते थे।
अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित सिर्फ के.सी. बोकाडि़या की ’बड़े मियां छोटे मियां’ (1998) के ’मखना गाने में स्क्रीन शेयर करते नजर आए थे। उस फिल्म में माधुरी ने बस एक वही गीत किया था जो उनका स्पेशल अपीयरेंस था।