नई दिल्ली।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गिरते हुए तापमान से प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है।ऐसे में मौसमी दशा अनुकूल रहने से प्रदूषण लगातार तीन दिन से बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। गुरुवार सुबह की शुरुआत धुंध और कोहरे से हुई। पूरे दिन आसमान में स्मॉग की हल्की चादर भी दिखाई दी।कई इलाकों में दृश्यता भी बेहद कम रही।साथ ही लोगों को आंख में जलन और सांस के मरीजों को परेशानी हुई।गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 दर्ज किया गया।यह बेहद खराब श्रेणी है।इसमें बुधवार की तुलना में 39 सूचकांक की गिरावट दर्ज की गई।
एनसीआर में नोएडा सबसे प्रदूषित
दिल्ली-एनसीआर में नोएडा की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। नोएडा का एक्यूआई 397 दर्ज किया गया,यह बेहद खराब श्रेणी है।ग्रेटर नोएडा में 344, गाजियाबाद में 339 और गुरुग्राम में 276 एक्यूआई दर्ज किया गया।फरीदाबाद की हवा सबसे साफ रही। यहां एक्यूआई 239 दर्ज किया गया। यह हवा की खराब श्रेणी है।
वाहन का प्रदूषण रहा सबसे अधिक
दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार वाहन से होने वाला प्रदूषण 17.48 फीसदी रहा। इसके अलावा पेरिफेरल उद्योग से 8.77, आवासीय इलाकों से 4.27 और निर्माण गतिविधियों से 2.41 फीसदी की भागीदारी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
(सीपीसीबी) के मुताबिक गुरुवार को हवा उत्तर पश्चिम दिशा से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे के गति से चली।वहीं अनुमानित अधिकतम मिश्रण गहराई 1000 मीटर रही। इसके अलावा वेंटिलेशन इंडेक्स 6000 मीटर प्रति वर्ग सेकंड रहा।
अगले दो दिन खराब रहेंगे हालात
दूसरी ओर दोपहर तीन बजे हवा में पीएम10 की मात्रा 303 और पीएम2.5 की मात्रा 181.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। वहीं सीपीसीबी का पूर्वानुमान है कि शनिवार तक हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार रहेगी। हालांकि रविवार को हवा के गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका है, जिससे सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही लोगों को आंखों में जलन,खांसी,खुजली,सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।