आप निजी जिंदगी में बेहद ग्लैमरस हैं और आपको फिल्मों में ज्यादातर इसी तरह के किरदार ऑफर हो रहे हैं ?
बिलकुल, और इसका सबसे बड़ा फायदा मुझे यह होता है कि मुझे अपने टचअप के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ता। मेरी जो ब्यूटी आप देख रहे हैं, वह नेचुरल है। मुझे बाहरी साधनों का इस्तेमाल न के बराबर करना पड़ता है। इसलिए मुझे शूटिंग के बाद मेकअप हटाने का भी सिरदर्द नहीं है।
यदि आपको ग्लैमरस किरदारों से अलग कभी कोई चुनौतीपूर्ण नॉन ग्लैमरस किरदार मिला तो क्या उसे इसी खूबी के साथ निभा सकेंगी ?
क्या कबीर सिंह में मेरा किरदार नॉन ग्लैमरस और चैलैंजिंग नहीं था ? और मुझे लगता है कि उसमें मुझे और मेरे काम को दूसरी फिल्मों के कंपेरिजन में ज्यादा पसंद किया गया।
कबीर सिंह के दौरान शाहिद कपूर, और विक्रम बत्रा की बायोपिक के दौरान आपका नाम फिल्म के हीरो सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ जोड़ा गया। इस तरह की खबरों में कितनी सच्चाई है ?
शाहिद शादीशुदा हैं। प्लीज़ उन्हें इन सारी बातों से बक्श दीजिए। सभी जानते हैं कि मीडिया इस तरह की चटपटी खबरें बनाने के मामले में एक्सपर्ट होता है। मैं एक बात साफ साफ कह देना चाहती हूं कि रोमांस, अफेयर और डेटिंग जैसी चीजों के लिए मेरे पास जरा भी फुर्सत नहीं है क्योंकि मैंने अपना सारा फोकस अपने काम पर कर रखा है।
राघव लॉरेंस निर्देशित अक्षय कुमार स्टॉरर ’लक्ष्मी’ से आपको काफी उम्मीदें थीं लेकिन वह फिल्म ऑडियंस को पसंद नहीं आई ?
मुझे लगता है कि ’लक्ष्मी’एंटरटेनमेंट के लिए नहीं बनाई गई थी। वह एक मैसेजफुल फिल्म थी और ऐसे में जो लोग उसे सिर्फ एंटरटेनमेंट के इरादे से देखने गये, शायद उन्हें निराशा हुई होगी।
इस वक्त इंडस्ट्री में जितनी भी एक्ट्रेस हैं, उनमें से अधिकांश एक दूसरी की कॉपी नजर आती हैं। आप इसे लेकर क्या सोचती हैं ?
मैं इसके बारे में अपनी कोई राय व्यक्त करना नहीं चाहती। जहां तक मेरी बात है, मैं अपना मनपसंद काम चुन रही हूं और मुझे किसी के जैसा बनने, या किसी की कॉपी करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।